बरसात में हो सकती है फूड प्वाइजनिंग! इन सब्जियों को डाइट से हटाएं तुरंत
फूलगोभी, बैंगन, मशरूम मानसून में क्यों नहीं खाने चाहिए?

मानसून का मौसम जहां एक ओर ठंडक और राहत लाता है, वहीं दूसरी ओर यह संक्रमण और पेट से जुड़ी बीमारियों को भी बढ़ा देता है। इस मौसम में कई सब्जियां जल्दी खराब हो जाती हैं या उनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिससे फूड प्वाइजनिंग, गैस, दस्त और त्वचा रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।इसलिए जरूरी है कि हम यह जानें कि किन सब्जियों से इस मौसम में दूरी बनाना ही बेहतर है।
मानसून में किन सब्जियों से बचना चाहिए?
पालक और मेथी जैसी पत्तेदार सब्जियां
बारिश के मौसम में इन पर कीचड़, गंदगी और कीड़े बहुत जल्दी लग जाते हैं।
इनका सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग और पेट इंफेक्शन हो सकता है।
इनकी जगह धनिया, करी पत्ता या तुलसी पत्तों का उपयोग करें।
फूलगोभी और ब्रोकली
इन सब्जियों में कीड़े और बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं।
बिना अच्छे से धोए सेवन करने से त्वचा में खुजली, एलर्जी और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
बेहतर है कि आप मानसून में पत्तागोभी के बजाय लौकी या टिंडा लें।
बैंगन
मानसून में बैंगन पर बहुत जल्दी फंगस या सफेद कीड़े लग जाते हैं।
ये पेट में गैस और एसिड रिफ्लक्स बढ़ा सकता है।
इसके बजाए कद्दू या तुरई चुनें।
मशरूम
मानसून में उगने वाले मशरूम जल्दी सड़ सकते हैं।
अगर वे जहरीले निकले तो गंभीर बीमारी या फूड प्वाइजनिंग हो सकती है।
केवल भरोसेमंद पैक्ड मशरूम ही खाएं।
आलू और अरबी
यह सब्जियां अधिक नमी के कारण जल्दी सड़ने लगती हैंनका
इनका सेवन करने से कब्ज, गैस, और पेट दर्द की समस्या हो सकती है।
मानसून में कम स्टार्च वाली सब्जियां लें जैसे लौकी, गिलकी आदि खाएं।